राजस्थान की भिवाड़ी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े हो गए हैं. भिवाड़ी में तैनात पुलिसकर्मी अपनी ही पुलिस अधीक्षक यानी जिले की एसपी की लोकेशन ले रहे थे और उन पर नजर रख रहे थे. 15 से ज्यादा बार SP की लोकेशन निकाली गई और मोबाइल पर नजर रखी गई. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया और भिवाड़ी में तैनात एक S.I समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.

खुद पुलिस विभाग साइबर सेल के अधिकारी और कर्मचारी भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी की फोन की लोकेशन ट्रेस करते हैं और एसपी कहां जा रही हैं? क्या कर रही हैं?  मामला सामने आते ही एसपी ज्येष्ठा मैत्रेई ने साइबर सेल के इंचार्ज एसआई सहित एक हेड कांस्टेबल और पांच आरक्षकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है. 

इस पूरे मामले को लेकर अब एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने पुलिस मुख्यालय को जानकारी दी है. जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लांबा ने कहा कि मामले में एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है. इस मामले में सात लोग निलंबित किए गए हैं. इन लोगों ने कई बार पुलिस अधीक्षक की लोकेशन निकाली थी.

एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी ने कहा कि वह अपनी पूरी ईमानदारी से काम कर रही हैं. इस बात का विश्वास नहीं था कि उनके विभाग के लोग ही उन पर नजर रख रहे हैं. उनको इस मामले की बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी कि उसके पुलिस महकमे के कर्मचारी और अधिकारी ही उनकी लोकेशन ट्रेस कर रहे हैं और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. गोपनीय रूप से मामले की जानकारी लगने के बाद जब उन्होंने इस मामले की सत्यता की जांच करवाई तो मामला सही पाया गया.


भिवाड़ी साइबर सेल के इंचार्ज एसआई श्रवण जोशी, हेड कांस्टेबल अवनीश कुमार, कांस्टेबल राहुल, सतीश, दीपक, भीम और रोहतास को निलंबित कर दिया गया है. आगे अब इस मामले में और किन-किन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका है. उसकी जांच की जा रही है.


एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी मूल रूप से मध्य प्रदेश के गुना की रहने वाली हैं. उन्होंने 2017 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास की थी. उसके बाद 2018 में ट्रेनिंग पूरी करने के बाद राजस्थान कैडर में पहली बार उदयपुर के गिरवा सर्कल में एएसपी के रूप में पदस्थ हुई थीं. उसके बाद भीलवाड़ा में एसपी की जिम्मेदारी दी गई और उसके बाद जयपुर क्राइम ब्रांच में डीसीपी पद पर लगाया गया था. फिर उन्हें फील्ड में पोस्टिंग दी गई और सिरोही एसपी कोटपूतली बहरोड के बाद अब उन्हें भिवाड़ी एसपी के पद पर लगाया गया है.


जयपुर रेंज के आईजी अजय पाल लम्हा ने कहा, पुलिसकर्मियों की ओर से कई बार पुलिस अधीक्षक की लोकेशन निकल गई थी. उन पर नजर रखी जा रही थी. मामले की जानकारी मिलते ही 7 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है. इस मामले में एक उच्च स्तरीय जांच चल रही है. जांच के बाद पता चल सकेगा कि पुलिसकर्मियों ने आखिर ऐसा क्यों किया?