
इजरायली मीडिया के मुताबिक ईरान के खिलाफ इजरायली हमले तीन चरणों में किये गये. पहले चरण में ईरानी एयर डिफेंस सिस्टम को टारगेट किया गया. दूसरे और तीसरे चरण में मिसाइल और ड्रोन ठिकानों और प्रोडक्शन सेंटर को निशाना बनाया गया.
अमेरिका के सैन्य अधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुये कहा है कि संयुक्त राज्य अमेरिका ईरान में हुए धमाकों से अवगत है. तेहरान में सुरक्षा सूत्रों ने IRIB को बताया है कि वे धमाकों की जांच कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक जॉर्डन, इराक और सीरिया के ऊपर अमेरिकी और इजरायली लड़ाकू विमानों को उड़ते हुए देखा गया है.
हमले के बाद इजरायली सेना ने ईरान को धमकी देते हुए कहा है कि अगर ईरान अब ईरान कोई प्रतिक्रिया देने की कोशिश करता है तो हम हर तरह से तैयार हैं. IDF के प्रवक्ता ने कहा,’ईरान लातार इजरायल के खिलाफ महीनों से हमले कर रहा था. इसके जवाब में अभी इजरायल ने ईरान में सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किये हैं. दुनिया के हर दूसरे संप्रभु देश की तरह इजरायल को भी जवाब देने का अधिकार है. हमारी रक्षात्मक और आक्रामक क्षमताएं पूरी तरह से सक्रिय हैं. हम इजरायल और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए जो भी जरूरी होगा करेंगे.
इजरायली मीडिया रिपोर्ट का दावा है कि अमेरिका ने भी ईरान को पलटवार न करने के लिये कहा है. वाइट हाउस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा है कि प्रतिक्रिया आनुपातिक थी. हमने ईरान को संदेश भेजा कि अगर वह जवाब देता है तो हम इजरायल की रक्षा करेंगे. ईरान में सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमले लक्षित और आनुपातिक प्रतीत होते हैं. अब उनके बीच गोलीबारी का अंत हो जाना चाहिए.
IDF प्रवक्ता ने कहा, ‘कुछ समय पहले, IDF ने ईरान के कई क्षेत्रों में सैन्य ठिकानों के खिलाफ लक्षित और सटीक हमला पूरा किया. हमारे सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने बेस पर लौट आए. यह हमला हाल के महीनों में ईरान में इजरायल राज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ शासन के हमलों के जवाब में किया गया था. जवाबी हमला पूरा हो गया है और इसके उद्देश्य हासिल कर लिए गए हैं.’
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और दूसे शीर्ष अधिकारियों ने सुरक्षा स्थिति का आकलन किया. नेतन्याहू ने रक्षा मंत्री, सेना प्रमुख, मोसाद के प्रमुख और शिन बेट के प्रमुख के साथ रक्षा मंत्रालय में वायु सेना बेस की सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया.