
नोएडा के दलित प्रेरणा स्थल में धरने पर बैठे किसानों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद से किसान आक्रोशित हैं और आगे की रणनीति बनाने जुट गए हैं. किसान आंदोलन को तेज करने की तैयारी में हैं. यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट पर किसानों की महापंचायत बुलाई गई है. जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे. वही नोएडा के सेक्टर 70 में संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले बैठक का भी आयोजन किया गया. जिसमें किसान नेता सुखबीर खलीफा समेत अन्य नेताओं की गिरफ्तार किसानों रोष व्यक्त किया गया. बैठक के बाद किसान नेता अतुल यादव ने मंगलवार को बताया कि बुधवार को किसान फिर 12 बजे महामाया फ्लाईओवर पर हजारों की तादाद में किसानों पहुंचेगे, और धरना प्रदर्शन करेंगे.
किसानों के विरोध प्रदर्शन और पुलिस जांच के कारण चिल्ला बॉर्डर, डीएनडी फ्लाईवे, दिल्ली गेट और कालिंदी कुंज से गुजरने वाले यात्रियों को एक बार फिर परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. पुलिस की ओर से दिल्ली-नोएडा सीमा के दोनों ओर बैरिकेड लगाये गए हैं. इसके चलते यातायात पर असर हो सकता है.
नौएडा से दिल्ली और दिल्ली से नौएडा जाने वालों को किसानों के जमावड़ा के कारण परेशानी हो सकती है. ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर प्रशासन की तरफ से काफी व्यवस्था की गयी है. हालांकि सुबह के समय लोगों को परेशानी हो सकती है. किसी भी तरह की असुविधा होने पर यातायात पुलिस की तरफ से हेल्प लाइन नंबर 9971009001 लोगों के लिए जारी किया गया है.
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नोएडा के ‘दलित प्रेरणा स्थल’ पर धरना दे रहे 160 से अधिक किसानों को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आह्वान पर सोमवार को उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से गौतम बुद्ध नगर में एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों ने धमकी दी थी कि अगर एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे राष्ट्रीय राजधानी की ओर अपना मार्च फिर से शुरू करेंगे.
पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए एसकेएम ने कहा कि यह शांतिपूर्ण विरोध के संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन है और न्यायपालिका से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. एक बयान में, किसानों के समूह ने दावा किया कि पुलिस ने “एक सौ से अधिक महिलाओं सहित सैकड़ों किसानों” को गिरफ्तार किया और उन्हें विरोध स्थल से जबरन हटा दिया.