
अतुल सुभाष सुसाइड केस की जांच के लिए बेंगलुरु पुलिस की एक टीम यूपी के जौनपुर पहुंच गई है. जौनपुर शहर के खोया मंडी इलाके में अतुल की ससुराल है, जहां पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साला और अन्य लोग रहते हैं. हालांकि, जब पुलिस वहां पहुंची तो उसे निकिता के घर पर ताला लटकता मिला. क्योंकि, निकिता की मां निशा और उसका भाई अनुराग एक दिन पहले ही घर बंद कर रात के अंधेरे में कहीं निकल गए थे. ऐसे में पुलिस ने घर पर नोटिस चस्पा कर दिया है.
आज बेंगलुरु पुलिस की टीम जौनपुर की स्थानीय पुलिस के साथ जांच-पड़ताल के लिए निकली. करीब 5 किलोमीटर तक शहर का चक्कर काटने के बाद टीम कोतवाली के सिपाह चौकी पहुंची और यहां लोकल पुलिस अधिकारियों से बात की.
बता दें कि बेंगलुरु पुलिस की टीम में चार सदस्य हैं. इसमें एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है. ये सभी अतुल सुभाष केस में छानबीन करने अतुल की ससुराल जौनपुर आए हैं. हालांकि, अभी अतुल के ससुराल वालों का अता-पता नहीं है. उनके घर पर ताला लटक रहा है.
अब तक मिली जानकारी के अनुसार, सॉफ्टवेयर इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में जौनपुर पहुंची बेंगलुरु पुलिस अपनी कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद नामजद निकिता सिंघानिया, निशा सिंघानिया के घर पर नोटिस चिपका दिया है. नोटिस में लिखा है कि बेंगलुरु में दर्ज केस में अपना बयान दर्ज करवाएं.
क्योंकि, बेंगलुरु में मृतक अतुल सुभाष के भाई की तरफ से आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज है, जिसमें सबूत इकट्ठा कर आरोपी के बयान दर्ज करने के बाद गिरफ्तारी का प्रावधान है. अगर आरोपी पुलिस के सामने बयान दर्ज नहीं करते हैं तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार भी कर सकती है. बयान दर्ज कराने के लिए 3 दिन का समय दिया गया है.