
फिल्म इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. हिंदी सिनेमा के जाने-माने डायरेक्टर पार्थो घोष का हार्ट अटैक से निधन हो गया है. बंगाली एक्ट्रेस ऋतुपर्णा सेनगुप्ता ने डायरेक्टर के निधन की खबर की पुष्टि की है. पार्थो घोष के अचानक यूं दुनिया छोड़कर चले जाने से इंडस्ट्री के तमाम सितारों और फैंस को तगड़ा झटका लगा है.
पार्थो घोष के निधन से बंगाली एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर ऋतुपर्णा सेनगुप्ता सदमे में हैं. पार्थो घोष के निधन की पुष्टि करते हुए उन्होंने कहा- दिल टूट गया है. हमने एक टैलेंटेड, एक दूरदर्शी निर्देशक और एक प्यारे इंसान को खो दिया है. पार्थो दा, आपने स्क्रीन पर जो मैजिक क्रिएट किया है आपको उसके लिए हमेशा याद किया जाएगा.
पार्थो घोष 90 के दशक के बेहतरीन डायरेक्टर्स में शुमार किए जाते थे. फिल्मों के जरिए वो समाज की सच्चाई को दुनिया के सामने बेहतरीन ढंग से पेश करने में माहिर थे. यही वजह है कि उनकी फिल्में हमेशा दर्शकों के दिलों को छू लेती थीं. उन्होंने कई सामाजिक मुद्दों पर फिल्में बनाई थीं.
पार्थो घोष ने 90 के दशक में माधुरी दीक्षित की फिल्म ‘100 डेज’ और मनीषा कोइराला की फिल्म ‘अग्निसाक्षी’ बनाकर हर किसी के दिल पर अपने हुनर की गहरी छाप छोड़ी. उन्होंने 1993 में मिथुन चक्रवर्ती और आयशा जुल्का के साथ विवादित फिल्म ‘दलाल’ भी बनाई थी. इन फिल्मों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा.
हालांकि, उनकी आखिरी हिट फिल्म 1997 में आई ‘गुलाम ए मुस्तफा’ थी. इसमें रवीना टंडन और नाना पाटेकर ने काम किया था. उसके बाद उन्होंने कई फिल्में बनाईं, लेकिन वो उतना कमाल नहीं कर पाईं. फिल्मों के अलावा उन्होंने कई हिंदी और बांग्ला टीवी शोज भी निर्देशित किए. अपने आखिरी दिनों में वो ‘100 डेज’ और ‘अग्निसाक्षी’ के सीक्वल पर काम कर रहे थे. मगर अफसोस उससे पहले ही उन्होंने हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया.