
आतंक हर देश में एक जैसा ही है. आतंकियों और विद्रोहियों की सोच और हमला करने की तकनीक भी. कई बार हमला करने की तकनीक और तरीकों की नकल भी होती है. छत्तीसगढ़ में नक्सल प्रभावित जिला है दंतेवाड़ा. जिले की कुल आबादी 14 हजार से भी कम है. चारों तरफ घने जंगल हैं. जो नक्सलियों को पनाह देते हैं.
इन्हीं जंगलों के बीच से निकल कर नक्सली हमारी पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों पर हमला करते हैं. अब नक्सलियों ने हमास आतंकियों (Hamas Terrorists) की तरह दंतेवाड़ा में सुरंगें बना ली हैं. ऐसी ही एक सुरंग का खुलासा दंतेवाड़ा की पुलिस ने किया है. उसका Video जारी किया है.
30 जनवरी 2024 को ही सुकमा और बीजापुर जिले की सीमाओं के बीच बनाए गए नए सिक्योरिटी कैंप में नक्सलियों ने हमला करके तीन सीआरपीएफ जवानों को शहीद कर दिया. इनमें दो कोबरा बटालियन से थे. इसके अलावा 14 जवान जख्मी हो गए थे. ऐसे में इन सुरंगों का मिलना एक बेहद गंभीर स्थिति है.
Video में सुरंगों की गहराई काफी ज्यादा दिख रही है. यह काफी लंबी है. बीच-बीच में सुरंगों में ओपनिंग दी गई है, ताकि नक्सली इनमें से बाहर निकल कर सुरक्षबलों पर हमला कर सकें. इन सुरंगों को छिपाने के लिए लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है. फिर उसके ऊपर मिट्टी डाल दी जाती है.
नक्सलियों ने टेकुलागुडेम गांव में सुरक्षाबलों पर हमला बोला. इससे पहले इसी जगह पर 2021 में एनकाउंटर हुआ था. जहां पर 23 जवान मारे गए थे. नए सिक्योरिटी कैंप को बनाने के बाद कोबरा कमांडो, स्पेशल टास्क फोर्स और डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे.
ऐसी सुरंग पहली बार नक्सलियों के बीच देखी गई है. जानकारी के मुताबिक ये सुरंग दंतेवाड़ा-बीजापुर सीमा पर बनाई गई थी. एयर स्ट्राइक से बचने के लिए ऐसे बंकर हमास ने इज़रायल में बना रखा था. सुरक्षा महकमे में में इस बात को लेकर के चर्चा है कि ऐसे टनल पहले कभी नक्सलियों के बीच में नहीं देखे गए हैं.
यह पहली बार हो रहा है कि नक्सली इस तरीके के टनल बनाकर उसमें छिप रहे हैं. ऐसे टनल उन इलाकों में ज्यादा मिलते हैं जहां पर एयर स्ट्राइक का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे टनल की दूसरे इलाकों में भी छानबीन की जा रही है. साथ ही इस बात की ओर भी चर्चा हो रही कि अगर ऐसे टनल ज्यादा संख्या में मिलेंगे तो जो इजरायल की टेक्नोलॉजी जो टनल डिस्ट्रक्शन की उसको भी लाया जा सकता है.
जब सुरक्षाबलों की टीम इस गांव के पास पहुंची तो नक्सलियों ने इन पर घात लगाकर हमला कर दिया. बाद में जंगल में बचकर भाग गए. ऐसी ही सुरंगें गाजा में हमास आतंकियों ने बनाई थीं. जिसमें से वो इजरायल पर रॉकेट हमले करते थे. गाजा में तीन हजार से ज्यादा सुरंगों के होने का दावा किया जाता रहा है. हालांकि इजरायल की सेना ने कहा कि वो 800 से ज्यादा सुरंगों को अब पानी से भर देंगे.