श्रीकल्कि धाम में सात दिवसीय कल्कि महोत्सव का भव्य शुभारंभ हुआ. यह आयोजन इस बार खास है क्योंकि इसमें जगद्गुरु रामभद्राचार्य विश्व में पहली बार कल्कि कथा का वाचन करेंगे. इस कथा का शुभारंभ हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा के साथ हुआ. संभल को धार्मिक ग्रंथों में भगवान कल्कि की अवतरण स्थली माना जाता है.
कल्कि महोत्सव के आयोजक कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बताया कि जिस तरह सदियों से राम कथा और कृष्ण कथा होती रही है, उसी परंपरा में अब पहली बार भगवान कल्कि की कथा का वाचन होगा. पुराणों में वर्णन है कि भगवान का अंतिम अवतार कल्कि के रूप में संभल की पावन धरती पर होगा.
इस महोत्सव के लिए 10 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला विशाल पंडाल तैयार किया गया है. साथ ही, लगभग एक हजार साधु-संतों के प्रवास हेतु टेंट की कुटिया भी बनाई गई हैं. महोत्सव में देश के कई बड़े साधु संत और विभिन्न प्रदेशों के मंत्री भी शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. बड़े कार्यक्रमों को देखते हुए सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसके तहत एक डिप्टी एसपी, तीन थानों की पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है.
