अयोध्या। हनुमान गढ़ी के संत महेश दास को देर रात जिंदा जलाने की सनसनीखेज कोशिश की गई। संत के अनुसार, यह घटना रात करीब 2:45 बजे की है। अज्ञात लोगों ने गोविंदगढ़ स्थित आश्रम के कमरे की जाली काटकर अंदर ज्वलनशील पदार्थ फेंका और मौके से फरार हो गए।
नींद खुलने पर बची जान
संत महेश दास ने बताया कि वे उस समय कमरे में ही सो रहे थे। अचानक बेड के आसपास बढ़ती गर्मी से उनकी नींद खुली। उन्होंने देखा कि पूरा कमरा धुएं से भर चुका था और कई जगह आग लगी हुई थी।
“अगर मैं एक मिनट भी देर कर देता तो जिंदा जल जाता। कुछ लोग मेरी हत्या कराना चाहते हैं, लेकिन मैं किसी तरह भागकर बाहर आया और शोर मचाया,”-संत महेश दास।
शोर सुनकर उनके शिष्य मौके पर पहुंचे और आग को काबू किया। तब तक कमरे में रखा कंबल और अन्य सामान पूरी तरह जलकर खाक हो चुका था। इसके बाद संत ने पुलिस को फोन कर घटना की सूचना दी।

CCTV और सर्विलांस के आधार पर जांच शुरू
सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और संत से पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस ने बताया कि,
CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद ली जा रही है
हमलावरों की पहचान की कोशिश जारी है
गद्दी विवाद को लेकर शक
स्थानीय लोगों का कहना है कि महेश दास का आश्रम के कुछ लोगों से गद्दी विवाद चल रहा है। आशंका है कि इसी विवाद के चलते उन पर हमला किया गया हो सकता है।
अधिकारियों ने दिया आश्वासन
अफसरों ने कहा कि मामला गंभीर है और हर बिंदु पर जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि जो भी दोषी होगा, उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
