उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि करीब 60 लाख लोग अब तक आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. इस बार यह आस्था और आधुनिकता का संगम है. हमने पारंपरिक पुलिस व्यवस्था से इतर तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्था दी है. आज पुष्प वर्षा भी होगी. सबकुछ सुचारू और निर्बाध चल रहा है. इस बार कुंभ भव्य, दिव्य, डिजिटल और सुरक्षित हो, इसके लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं.

महाकुंभ में एप्पल के दिवंगत सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी पहुंचीं हैं. लॉरेन आध्यात्मिक गुरु स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज के आश्रम पहुंचीं हैं. लॉरेन के बारे में स्वामी कैलाशानंद गिरि ने बताया,’वह बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक हैं. वह मुझे एक पिता और एक गुरु के रूप में सम्मान देती हैं. भारतीय परंपराओं को दुनिया स्वीकार कर रही है.’

प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर, शंकर महादेवन, कविता कृष्णमूर्ति सहित कई बड़े कलाकार महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में प्रस्तुति देंगे. संस्कृति मंत्रालय ने भारत की कला, संस्कृति और विरासत के संगम का जश्न मनाने के लिए कुंभ मेला क्षेत्र में एक जीवंत सांस्कृतिक स्थल – ‘कलाग्राम’ की स्थापना की है. मंत्रालय ने कहा 4 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह स्थल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं और उन्नत संगठनात्मक क्षमताओं का सामंजस्यपूर्ण मिश्रण दर्शाता है.


महाकुंभ में शामिल होने के लिए दुनियाभर से लोग पहुंचे हैं. एक रूसी श्रद्धालु ने महाकुंभ की दिव्यता देखकर कहा कि मेरा भारत महान. हम पहली बार कुंभ मेले में आए हैं. यहां हमें असली भारत देखने को मिला है. इस पवित्र स्थान की ऊर्जा से मैं कांप रही हूं. मुझे भारत से प्यार है.

केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस महाकुंभ में 15 लाख से अधिक विदेशी पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है. इन श्रद्धालुओं में भारत की संस्कृति और आस्था के प्रति गहरा सम्मान देखा जा रहा है.


दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आए एक श्रद्धालु ने कहा कि यहां का माहौल अद्भुत है. सड़कें साफ-सुथरी हैं और लोग बहुत मिलनसार हैं. हम सनातन धर्म का पालन करते हैं, और यहां आकर हमें जो अनुभव मिला, वह अविस्मरणीय है.

महाकुंभ में दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आईं श्रद्धालु निक्की यहां के अद्भुत माहौल को देखकर अभिभूत हैं. अपनी भावनाएं शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि यह अनुभव बेहद शक्तिशाली है. गंगा नदी पर आकर हम स्वयं को बेहद धन्य और खुशकिस्मत महसूस कर रहे हैं.