
अखिलेश यादव ने ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए कहा कि मुझे इस बात की खुशी है कि विपक्ष के लोगों को बधाई मिल रही है, सत्ता पक्ष के लोगों को कोई बधाई नहीं दे रहा है. मैं दुनिया को मनाने में लगा हूं, मेरा घर मुझसे रूठा जा रहा है. ये लाइनें बीजेपी के लिए कह रहा हूं. उन्होंने कहा कि हमारी फौज दुनिया की सबसे साहसी फौज में से एक है. सेना के शौर्य पर हमें गर्व है. उन्होंने कहा कि जब ऑपरेशन चल रहा था, तब कुछ चैनल तो यहां तक कहने लगे थे कि कराची हमारा हो गया. एक चैनल ने तो यहां तक कह दिया कि हमने उनको पकड़ भी लिया.
वैसे तो सरकार के सभी इंजन टकराते दिखते हैं, लेकिन इस विषय पर सभी एक थे. किसी ने कहा कि छह महीने का समय मिल जाए, तो पीओके हमारा. लेकिन इनकी मित्रता बहुत है. इन्होंने अपने मित्र से ही कहा कि आप ही सीजफायर का ऐलान कर दीजिए, हमारा कोई काम नहीं है. क्या वजह थी कि सीजफायर का ऐलान किया गया, किस दबाव में सीजफायर हुआ. सरकार जनभावना का लाभ उठाती है. सरकार को यह जरूर बताना चाहिए कि वह क्या क्या कदम उठा रही है, जिससे ऐसी घटना दोबारा नहीं हो. पुलवामा में भी इंटेलिजेंस फेल्योर की बात आई थी, जिम्मेदारी किसकी है ये किसी को नहीं पता. खुफिया तंत्र क्यों नाकाम हो रहा.
अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को कम से कम संसद में यह जानकारी देनी चाहिए कि हमारा क्षेत्रफल क्या है. जिस तरह का लाभ लेना चाहते हैं बीजेपी के लोग, जिस तरीके से बीजेपी के ऑफिशियल हैंडल से कार्टून पोस्ट किया गया. वह बीजेपी की मानसिकता दर्शाता है. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का होना ही सरकार की सबसे बड़ी विफलता है. ऑपरेशन सिंदूर पर हम और आप यहां बैठकर चर्चा कर रहे हैं, यही सरकार की विफलता है.
आजादी के अमृतकाल का ढिंढोरा पीटा जा रहा है और विदेशी ताकतों की ओर से कहा जा रहा है कि युद्ध हमने रुकवाया. देश की सार्वभौमिकता क्षीण हुई है. ऑपरेशन सिंदूर का जिस तरह से ढोल पीटा गया, वह भी निंदनीय है. सरकार जवाब दे कि पाकिस्तान के पीछे कौन सा देश खड़ा है. हमें चीन से उतना ही खतरा है, जितना आतंकवाद से. सरकार की नीतियां, फैसले ऐसे हैं जो सीमाओं का अतिक्रमण करने वाले की व्यापारिक गतिविधियों में मदद करने वाले हैं. बात देश की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की होनी चाहिए. आर्थिक मामलों में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है. कुल मिलाकर सरकार को अपनी राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक नीतियों के लिए असर लाने की जरूरत है.