मुरादाबाद। सोमवार को मंडी सचिव की पिटाई के बाद मंगलवार को प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। भारी पुलिस बल के साथ बुलडोजर लेकर मंडी में एक सिरे से अवैध निर्माणों को जमीदोंज करना शुरू कर दिया गया, जिससे हड़कंप मच गया। दोपहर लगभग 12 बजे से एक्शन में आए प्रशासन द्वारा मंडी समिति में किए गए अवैध निर्माणों को ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई जारी है। एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह सहित तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर जमे हुए हैं।

आरोप है कि सोमवार को भाजपा नगर विधायक रितेश गुप्ता द्वारा अपने समर्थकों के साथ मंडी सचिव संजीव कुमार के कार्यालय में घुसकर उनकी जमकर पिटाई की गई। घटना को अंजाम देने से पहले हमलावरों ने कार्यालय को अंदर से बंद कर लिया और अंदर लगे हुए सीसीटीवी कैमरों को ढक दिया। उसके बाद मंडी सचिव को बुरी तरह मारा पीटा गया। इस दौरान वहां मौजूद हर चीज को तहस-नहस कर दिया गया। फर्नीचर और कांच को तोड़ दिया गया। कुर्सियों को उठाकर फेंका गया। घटना में विधायक के साथ उनके सरकारी ग़नर भी लिप्त बताए जा रहे हैं। मंडी सचिव संजीव कुमार ने कल मीडिया में कहा था कि अवैध कब्जा रोकने पर एक व्यक्ति ने उनकी विधायक से बात कराई तो विधायक ने फोन पर उनसे अभद्रता की और आधे घंटे में पहुंचकर दिमाग सही करने की बात कही।

मंडी सचिव द्वारा प्रशासन को सौंपे गए सीसीटीवी फुटेज में शहर विधायक रितेश गुप्ता अपने दो गनर और समर्थकों के साथ मंडी सचिव के केबिन में जाते नजर आ रहे हैं। हालांकि नगर विधायक रितेश गुप्ता ने इस सीसीटीवी के 3 महीने पुराने होने की बात कही है। उन्होंने सोमवार को मंडी जाने से ही इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उनकी मंडी सचिव से फोन पर बात जरूर हुई थी लेकिन वो मंडी गए नहीं थे। जबकि मंडी के स्टाफ द्वारा जो फुटेज प्रशासन को दिए गए हैं, उसमें सोमवार 28 तारीख पड़ी होने की बात सामने आई है।

बता दें कि प्रकरण में मंडी सचिव द्वारा दी गई तहरीर के बावजूद 24 घंटे बीतने के बाद भी मझोला पुलिस द्वारा FIR दर्ज नहीं की गई है। पुलिस द्वारा प्रकरण में जांच किए जाने की बात कहीं जा रही है। सूत्रों के मुताबिक घटना में भाजपा विधायक की लिप्तता के आरोप के चलते प्रशासन द्वारा शासन से निर्देश मांगे गए हैं। जानकारी के मुताबिक शाम तक प्रकरण में FIR दर्ज की जा सकती है।

@शांतनु