हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के साथ मायावती की पार्टी बीएसपी ने आज (गुरुवार, 11 जुलाई) गठबंधन का एलान किया. आज इसकी आधिकारिक घोषणा हुई. मायावती के उत्तराधिकारी आकाश आनंद ने गठबंधन का एलान किया. उत्तराधिकारी पद पर वापसी के बाद पहली बार आकाश आनंद का ये अहम कदम है.

आकाश आनंद ने कहा कि मायावती और अभय चौटाला की विस्तार से बातचीत हुई थी. 90 में से 37 विधानसभा सीटों पर बीएसपी और बाकी पर आईएनएलडी चुनाव लड़ेगी.

अभय चौटाला ने क्या कहा?

वहीं आकाश आनंद के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद अभय चौटाला ने कहा कि ये गठबंधन स्वार्थ के लिए नहीं है. बीजेपी ने दस साल में और कांग्रेस ने अपने राज में राज्य को लूटा है. हम गैर बीजेपी, गैर कांग्रेस गठबंधन राज्य में तैयार करेंगे और सरकार बनाएंगे.

किसका कितना आधार?

बीएसपी और इनेलो के गठबंधन से सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में टेंशन बढ़ सकती है. राज्य में इसी साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इनेलो मायावती के सहारे दलित वोट को साधने की कोशिश में है. हरियाणा में दलितों की आबादी करीब 20 फीसदी है.

लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीएसपी को 1.28 फीसदी वोट मिले थे. वहीं आईएनएलडी को 1.74 से संतोष करना पड़ा.

2019 के विधानसभा चुनाव में इनेलो को मात्र एक सीट मिली थी और 2.44 फीसदी वोट से संतोष करना पड़ा. वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) को 4.21 फीसदी वोट मिले थे. पिछले चुनाव में इनेलो ने अकाली दल के साथ गठबंधन किया था. 

अभय चौटाला ने की मायावती से मुलाकात

अभय चौटाला ने 6 जुलाई को मायावती से मुलाकात की थी. इस दौरान आकाश आनंद भी मौजूद थे. तब चौटाला ने एक्स पर लिखा, ”बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश, परम आदरणीय बहन कुमारी मायावती जी से उनके निवास स्थान पर मुलाक़ात की और देश-प्रदेश के मुख्य मुद्दों पर विशेष चर्चा की.”