मुरादाबाद/दिल्ली। दिल्ली के उत्तरी जिले की तिमारपुर थाना पुलिस ने यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र रामकेश मीणा के हत्याकांड को सुलझा लिया है. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपी अमृता चौहान, सुमित कश्यप और संदीप कुमार को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के रहने वाले हैं. 6 अक्टूबर को गांधी विहार स्थित एक इमारत में आग लगने के बाद रामकेश का झुलसा हुआ शव मिला था, जिसे आरोपियों ने हत्या के बाद दुर्घटना दिखाने की कोशिश की थी.पुलिस जांच में सामने आया है कि हत्याकांड की मुख्य आरोपी मुरादाबाद निवासी अमृता चौहान है.

अमृता बीएससी फॉरेंसिक साइंस की छात्रा है. जांच के दौरान पुलिस को 6 अक्टूबर को गांधी विहार की चौथी मंजिल पर आग लगने की सूचना मिली थी. आग बुझने के बाद पुलिस को रामकेश मीणा का झुलसा हुआ शव मिला. CCTV फुटेज खंगालने पर पता चला कि आग लगने से पहले रात में दो युवक और एक युवती इमारत में दाखिल हुए थे. अमृता का मोबाइल लोकेशन भी घटना स्थल के आसपास मिला, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की.

पूछताछ में अमृता ने चौंकाने वाला खुलासा किया. उसने बताया कि मृतक रामकेश मीणा के पास उसकी कुछ निजी वीडियो थीं जिन्हें हटाने के लिए कहने पर रामकेश ने मना कर दिया था. तब अमृता ने अपने एक्स बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप और दोस्त संदीप कुमार के साथ मिलकर रामकेश की हत्या की साजिश रची. तीनों ने पहले रामकेश मीणा का गला घोंटकर हत्या कर दी. हत्या के बाद उन्होंने इसे एक हादसा दिखाने के लिए कमरे में तेल और शराब डालकर आग लगा दी. अमृता का एक्स बॉयफ्रेंड सुमित कश्यप एक एलपीजी सिलेंडर डिस्ट्रीब्यूटर है. सुमित ने गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कमरे में धमाका कराने और आग को भीषण रूप देने के लिए किया था. दअसल सुमित ने अपनी पेशेवर जानकारी का इस्तेमाल करते हुए एक ऐसी प्लानिंग की, जो देखने में हादसा लगे, लेकिन असल में कत्ल हो. उसे पता था कि जब गैस सिलेंडर फटता है, तो सब कुछ जलकर खाक हो जाता है, सबूत मिट जाते हैं और किसी शक का मौका नहीं रहता. यही सोचकर उसने रामकेश मीणा की हत्या को हादसे का रूप देने की पूरी पटकथा लिखी. सुमित शादीशुदा है, उसका एक छोटा बच्चा भी है, लेकिन इसके बावजूद वह अमृता के प्यार में अंधा हो चुका था.

मीडिया की टीम जब मुरादाबाद में आरोपी सुमित के घर पहुंची, तो घर का नजारा चौंकाने वाला था. घर के अंदर और बाहर कई गैस सिलेंडर रखे मिले, जो साबित करते हैं कि वह इस काम में माहिर था. कैमरे के सामने सुमित का परिवार कुछ भी बोलने से इनकार करता रहा. सुमित के पिता ने कहा कि हमें कुछ नहीं पता. पुलिस आने पर ही जानकारी मिली. स्थानीय लोगों ने बताया कि सुमित का दिमाग बहुत चालाक था, और वह अक्सर कहता था कि सिलेंडर का धमाका तो रोज होता है, कोई शक भी नहीं करेगा.
हत्याकांड की मुख्य किरदार पीतल नगरी निवासी अमृता के घर जब मीडिया पहुंची, तो उसकी माँ ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया, लेकिन उसने 2024 में अपनी बेटी को बेदखल करने के दस्तावेज मीडिया को दिए. इन दस्तावेज़ों में माता-पिता के हस्ताक्षर, आवेदन पत्र और अखबार की कटिंग शामिल थीं. ऑफ-कैमरा अमृता की माँ ने बताया कि मेरी बेटी गैर बिरादरी के लड़के सुमित के चक्कर में पड़ गई थी. घर में रोज झगड़े होते थे, मोहल्ले में बदनामी हो गई थी जिसके चलते हमने अमृता को बेदखल कर दिया था.

इस केस में तीसरा आरोपी संदीप है, जो मुरादाबाद पुलिस लाइन में संविदा पर सफाईकर्मी था. संदीप का घर सुमित के ठीक सामने है, और दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी. संदीप के पिता ने मीडिया को बताया कि सुमित ने उनके बेटे को अपने कपड़े देने के लिए बुलाया था. वो बस कपड़े देने गया था, लेकिन उसे फंसा दिया गया.
उधर पुलिस ने गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों के पास से मृतक की हार्ड डिस्क, ट्रॉली बैग, शर्ट और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं. सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है.
