दोपहर 1 बजे तक लालू यादव के गृह जिला में सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है. गोपालगंज में 46.73 फीसदी वोटिंग हुई. इसके बाद लखीसराय में 46.37 और फिर मुज्फ्फरपुर में 45.41 फीसदी मतदान हुए.
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दावा किया है कि उनके काफिले पर आरजेडी समर्थकों ने हमला किया है. उन्होंने कहा कि इस दौरान पत्थरबाजी भी की गई.
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार के गोविंदगंज में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए एक पुराना किस्सा साझा किया. उन्होंने कहा कि जब वह 10–12 साल की थीं, तब उन्होंने अमेठी में एक महिला को अपने पिता राजीव गांधी को डांटते हुए देखा था.
प्रियंका गांधी ने कहा, “वह महिला बोली – ‘तुम हमारे राजीव भैया हो, प्रधानमंत्री होगे, लेकिन तुमने कहा था कि हमारे यहां नल लगवाओगे, अभी तक नहीं लगवाया. अब हम तुम्हें वोट नहीं देंगे.’ उस समय मेरे पिता देश के प्रधानमंत्री थे, लेकिन उस महिला को कोई डर नहीं था.”
उन्होंने कहा कि यह वही दौर था जब जनता निर्भय होकर अपने अधिकार की बात कर सकती थी. प्रियंका ने कहा, “आज हालात बदल गए हैं. अब लोग डर के माहौल में जी रहे हैं. अगर कोई अपने अधिकार की मांग करता है, तो पुलिस लाठी चलाती है और प्रशासन आवाज़ दबा देता है.”
प्रियंका गांधी ने कहा कि देश की राजनीति की बुनियाद महात्मा गांधी ने रखी थी, जिसमें जनता सर्वोपरि थी. उन्होंने कहा, “आज ज़रूरत है कि हम उसी भावना को फिर से जिंदा करें, जहां जनता की आवाज़ सबसे बड़ी हो.”
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में मतदाताओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है. दोपहर 1 बजे तक 42.31% मतदान दर्ज किया गया है.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के दौरान, दरभंगा के कुशेश्वरस्थान विधानसभा के पूर्वी प्रखंड के सुघराईन गांव के ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार कर दिया. गांववालों की एकमात्र मांग है: “रोड नहीं तो वोट नहीं”.
गांव में अच्छी सड़कें न होने की वजह से गांव वालों में भारी आक्रोश है. सूचना मिलने पर सीओ गोपाल पासवान, बीडीओ प्राभा शंकर मिश्रा और जीविका के बीपीएम अन्नू कुमारी ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाने का प्रयास किया.
गांव वालों का आरोप है कि उनके गांव में कहीं भी अच्छी सड़कें नहीं हैं. इस समस्या के कारण उन्हें खासकर बीमारी के हाल में मरीज को भी अस्पताल पहुंचाने में काफी परेशानी होती है. वोट बहिष्कार की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन तुरंत सक्रिय हो गया. सीओ गोपाल पासवान, बीडीओ प्राभा शंकर मिश्रा और जीविका के बीपीएम अन्नू कुमारी सहित कई अधिकारी गांव पहुंचे और ग्रामीणों को मतदान करने के लिए राजी करने की कोशिश की.
