बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के वोटों की गिनती जारी है और अब तक के रुझानों ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है. राज्य के चुनाव में एक बार फिर एनडीए सरकार बनती नजर आ रही है. कई सीटों पर मामूली अंतर से बढ़त बदल रही है. रुझानों में महागठबंधन पिछड़ गया है. दोनों गठबंधनों के बीच अंतर बेहद ज्यादा है. वहीं, अपने पहले चुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज के फर्श पर ही रहने की संभावना है.
बिहार में कड़ी सुरक्षा के बीच 243 विधानसभा सीट के लिए मतगणना शुरू हो गई है. दो चरणों में हुए चुनाव के लिए 46 केंद्रों पर मतों की गिनती सुबह 8 बजे शुरू हो चुकी है. अभी तक की गिनती में एनडीए 193 सीटों पर और महागठबंधन 47 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. इसके अलावा प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज सभी सीटों पर पीछे है. चिराग पासवान 22 सीटों पर आगे हैं वहीं असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम 2 सीट से आगे चल रही है. बिहार में 243 सदस्यीय विधानसभा के लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को दो चरणों में हुए वोटिंग हुई थी. इसमें 67.13 प्रतिशत वोटिंग हुई जो कि ऐतिहासिक है. इसमें कुल 7.45 करोड़ मतदाताओं ने 2,616 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए वोट डाला.
अधिकांश एग्जिट पोल में जनता दल (यूनाइटेड) और बीजेपी गठबंधन (एनडीए) की बड़ी जीत का अनुमान लगाया है. तेजस्वी यादव ने इन अनुमानों को खारिज करते हुए कहा है कि महागठबंधन बड़ी बहुमत से सरकार बनाएगा.
बिहार विधानसभा की वर्तमान संरचना पर नजर डालें तो बीजेपी 80 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है. इसके बाद आरजेडी के पास 77 विधायक, जेडीयू के 45 विधायक और कांग्रेस के 19 विधायक हैं. वाम दलों में, सीपीआई (एम-एल) लिबरेशन के 11, सीपीआई (एम) के 2 और सीपीआई के भी 2 विधायक मौजूद हैं. इसके अलावा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के 4, एआईएमआईएम के 1 विधायक और 2 निर्दलीय सदस्य विधानसभा में शामिल हैं.
